कोरोना चाहे हेल्थ वायरस हो या इलेक्ट्रिकल टर्म, बचने का उपाय एक ही...दूरी जरूरी
काेराेना नाम से दुनिया डरी हुई है, लेकिन इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स के लिए यह समस्या नई नहीं है। जब से हमें बिजली मिल रही है, तब से कोरोना नामक एक तकनीकी समस्या से जूझ रहे हैं। खास बात यह है कि दोनों का अब तक कोई इलाज सामने नहीं आया है। दाेनाें से बचने का एक ही हल है, डिस्टेंसिंग। जिस प्रकार कोरोना वाय…
शहर में कोरोना के बढ़ते मरीजों के साथ बढ़ने लगा कर्फ्यू का दायरा, तीन नए क्षेत्रों में देर रात लागू
कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ ही शहर में कर्फ्यू का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार देर रात जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के सदर बाजार, काेतवाली व उदयमंदिर थाना इलाकाें में भी कर्फ्यू लगा दिया गया। इससे पहले 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू है। इस तरह अब 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा है औ…
आज 9 पॉजिटिव मिले, फिर भी सख्ती उतनी नहीं, भीलवाड़ा जैसी सख्ती से ही टूटेगी संक्रमण की चेन
कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने में अब तक सफल रहे भीलवाड़ा जिले का मॉडल पूरे देश में चर्चा में हैं। इसी बीच, जोधपुर में मंगलवार को नौ और पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट ने पूरे शहर को चिंता में डाल दिया। इसके साथ घर-घर यह चर्चा भी शुरू हाे गई। शहर में भीलवाड़ा अाैर जयपुर की तर्ज पर सख्ती की जरूरत बताई …
टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन ही स्ट्रेटेजी, घर में रहें: कलेक्टर
15 दिन में शहर में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 30 तक पहुंच गया है। इन 30 में से 25 लोगों को ताे अनुमान भी नहीं था कि वो कोरोना संक्रमित हैं। ये आंकड़ा भले ही भीलवाड़ा से ज्यादा है, लेकिन इन 25 को कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग सेल ने ढूंढा हैं। शहर में ऐसे और भी लोग हो सकते हैं, जिन्हें काेराेना के लक्षण नहीं हाें…
7 साल, 3 महीने और 4 दिन बाद निर्भया को इंसाफ मिला; तिहाड़ में चारों दुष्कर्मियों को फांसी पर लटकाया गया, मौत से पहले दोषी विनय रोने लगा
7 साल, 3 महीने और 4 दिन के बाद निर्भया को आखिरकार इंसाफ मिल गया। वही निर्भया, जिसके साथ 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में चार दरिंदों मुकेश, अक्षय, विनय और पवन ने दुष्कर्म किया था। इन दुष्कर्मियों को निचली अदालत ने 9 महीने में ही फांसी की सजा सुना दी थी। 6 महीने में दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सजा बरकरार …
सादलपुर और अलवर में पुलिस टीमों पर हमला, हवाई फायरिंग कर भागे तब बची जान
जिले के गांव चिमनपुरा में 10 मार्च की दोपहर में दूधवाखारा थाना के हिस्ट्रीशीटर  को पकड़ने गई पुलिस पथराव, एसएचओ से मारपीट व गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए। पुलिस पर हमला कर हिस्ट्रीशीटर को छुड़वा लिया।  हमले में थानाधिकारी सहित चार पुलिसकर्मियों के मामूली चोटें आईं। चौतरफा घिरने पर पुलिस ने हवाई फायर क…